कैंसर – Cancer the Dangerous Disease, Short story by Mithilesh in Hindi
Mithilesh's Pen
361 Posts
113 Comments
अरे, वह तुम्हारी आंटी कैसी हैं? रेस्टोरेंट में बैठे हुए गौरव ने आदी से पूछा.
कैंसर निकला यार !
दुखी होते हुए आदी बोला. फिर दोनों में कैंसर पर चर्चा शुरू हो गयी.
आजकल खाने वाली प्रत्येक चीज में यूरिया, केमिकल्स, प्लास्टिक इत्यादि की मिलावट ही तो होती है, कैंसर नहीं होगा तो और क्या होगा!
गौरव ने गूगल की तरह तुरंत सर्च रिजल्ट पेश किया.
हां! और लोग भी आज कल पिज्जा, बर्गर, सैंडविच पर ही ज़िन्दगी गुजार रहे हैं, फास्टफूड्स के बिना तो जीभ का स्वाद जैसे फीका ही रहता है उनका! आदी ने भी चर्चा में जोरदार उपस्थिति दर्ज की. बात घुमते- घुमते सरकार की नाकामी पर आ गयी. दोनों एक स्वर में बोले, यह नयी सरकार तो पूंजीपतियों की खिलौना भर है. देश में हज़ारों हज़ार की संख्या में फ़ूड चेन्स खुल रही हैं और इनसे कैंसर जैसे रोग ही तो फ़ैल रहे हैं, आदी ने मजबूत तर्क पेश करते हुए तमाम आंकड़े पेश किये.
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK
Read Comments